हमारे भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा कईं ऐसे सफल प्रयास किये गए हैं जिनसे भारतीय नागरिकों को अत्यधिक लाभ और संतुष्टि मिली है। बीते दिनों में कईं ऐसी योजनाएं भारत में लागू की गई है, जो काफी हद तक सभी के लिए मददगार साबित हुई हैं। गत् वर्ष उन्हीं में से एक योजना को किसानों के लिए भारत में कार्यान्वित किया गया, जिसका नाम रखा गया प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना। आईये जानते हैं इस योजना के अंतर्गत क्या - क्या गतिविधियां हो रही है, साथ ही इस योजना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों पर भी एक नज़र डालते हैं।
हमें लगता है इस योजना के बारे में विस्तार से समझने के लिए और इसका लाभ लेने के लिए हमें इसके बारे में पूरी जानकारी का होना बहुत जरूरी है। खासतौर पर यदि आप किसान हैं और आप इस योजना से जुड़ना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि एक योजना है जिसके अंतर्गत भारत के प्रत्येक किसान को न्यूनतम वार्षिक के साथ ₹6000 की राशि दी जाएगी। 1 फरवरी 2019, को भारत के वर्तमान रेल मंत्री पीयूष गोयल द्वारा इसकी घोषणा की गयी थी लेकिन इसे दिसंबर 2019 में लागू किया गया।
किसान निधि योजना में कितने बजट को भारत में रखा गया?
किसान निधि योजना में लगभग ₹75,000 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं यानी तकरीबन $11 बिलियन डॉलर का बजट भारत में रखा गया।
किसान को इस योजना का लाभ कितना और कैसे मिलेगा?
प्रत्येक किसान को प्रति वर्ष ₹6,000 का लाभ दिया जाएगा जिन्हें तीन किश्तों में विभाजित करते हुए सीधे उनके बैंक खाते में जमा किया जायेगा।
किसान सम्मान निधि योजना कैसे शुरू की गई?
इस योजना को सर्वप्रथम तेलंगाना सरकार द्वारा रथु बंधु योजना के रूप में लागू किया गया। इस योजना को न केवल विश्व बैंक द्वारा समर्थन प्राप्त हुआ बल्कि इसे विभिन संगठनों द्वारा प्रशंसा भी मिली। कईं अर्थशास्त्रियों का मानना था कि इस योजना में निवेश करना कृषि ऋण माफी की तुलना में काफी बेहतर होगा।
जब भारत सरकार ने इस योजना के सकारात्मक प्रभावों को अनुभव किया तब उन्होंने इसे राष्ट्रव्यापी परियोजना के रूप में लागू करना चाहा। इसकी घोषणा 1 फरवरी 2019 को भारत के 2019 के अंतरिम केंद्रीय बजट के दौरान पीयूष गोयल ने की।
इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2018–2019 में ₹20,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। उसके बाद 2019–2020 में इस योजना में संशोधन हुआ और 2 करोड़ नए किसान इस योजना में बढ़ते हुए दिखाई दिये। जिसके चलते योजना का दायरा बढ़ाया गया और ₹14.5 करोड़ किसानों को केंद्र सरकार द्वारा ₹87,217.50 करोड़ कि राशि से लाभान्वित किया गया। 24 फरवरी 2019 को भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में इसे लागू किया गया। इसमें एक करोड़ से अधिक किसानों को ₹2,000 करोड़ की पहली किश्त को हस्तांतरित करके इस योजना की शुरुआत की गई।
किसान सम्मान निधि के प्रमुख उद्देश्य: -
- लघु और सीमांत किसानों की आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से सरकार ने इस योजना को लागू किया।
- इस योजना का उद्देश्य विभिन्न फसलों की खरीद में वित्तीय जरूरतों को पूरा करना है, जिससे प्रत्येक फसल चक्र के अंत में प्रत्याशित कृषि आय के साथ उचित फसल स्वास्थ्य और उचित पैदावार सुनिश्चित हो सके।
- इसके अंतर्गत खेती की गतिविधियों में किसानों निरंतरता बनाये रखने के उद्देश्य से यह योजना काफी प्रभावकारी हो सकती है।
किसान सम्मान निधि योजना पात्रता मापदंड
नीचे किसान के पात्रता मापदंड की सूची दी गयी है जो इस योजना के पात्र बनने के लिए आवश्यक है: -
- डेटाबेस में किसान के नाम और उसका लिंग का होना आवश्यक है।
- सामाजिक वर्गीकरण (अनुसूचित जनजाति) का होना जरूरी है।
- आधार नम्बर, बैंक खाता नंबर और मोबाइल नंबर आपके पास होना चाहिए।
- भूमि रिकॉर्ड का विवरण इसमें आवश्यक है।
- जन धन बैंक खाता संख्या, आधार और मोबाइल नंबर का होना आवश्यक है। जिससे पात्र लाभार्थियों और अक्षम दावेदारों की पहचान करने में काफी मदद मिलेगी।
- यह योजना केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित की गई है। इसलिए, किसानों को देश का नागरिक होना आवश्यक है।
- ध्यान रहे, भूमि का आकार 2 हेक्टेयर से अधिक नहीं होना चाहिए।
किसान सम्मान निधि योजना में ये श्रेणियां पात्रता नहीं ले सकती: -
(1) सभी संस्थागत भूमि धारक।
(2) किसान परिवार जिनमें एक या अधिक सदस्य निम्न श्रेणी के हैं:
- संवैधानिक पदों के पूर्व और वर्तमान धारक।
- पूर्व और वर्तमान मंत्रियों / राज्य मंत्रियों और लोक सभा / राज्यसभा / राज्य विधान सभाओं / राज्य विधान परिषदों के पूर्व / वर्तमान सदस्य, नगर निगमों के पूर्व और वर्तमान महापौर, जिला पंचायतों के पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष।
- केंद्रीय / राज्य सरकार के मंत्रालयों / कार्यालयों / विभागों और इसकी फील्ड इकाइयों के सभी सेवारत या सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी केंद्रीय या राज्य के सार्वजनिक उपक्रमों और संलग्न कार्यालयों / स्वायत्त संस्थानों के साथ-साथ स्थानीय निकायों के नियमित कर्मचारी (मल्टी टास्किंग स्टाफ / कक्षा IV) / ग्रुप डी कर्मचारी)।
- सभी सुपरनैच्यूड / रिटायर्ड पेंशनर्स जिनकी मासिक पेंशन / 10,000 / - से (उपरोक्त वर्ग के मल्टी टास्किंग स्टाफ / चतुर्थ श्रेणी / समूह डी कर्मचारियों को छोड़कर) अधिक है।
- अंतिम मूल्यांकन वर्ष में आयकर का भुगतान करने वाले सभी व्यक्ति।
- डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट और आर्किटेक्ट जैसे पेशेवर जो पेशेवर निकायों के साथ पंजीकृत हैं या अभ्यास कर रहे हैं।
किसान सम्मान निधि योजना में किन दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी?
- आधार कार्ड (Aadhaar Card)
- बैंक खाते की पासबुक (Bank Account Details)
- नागरिकता प्रमाण पत्र (Citizenship Certificate)
- जमीन के कागजात (Landholding Papers)
बताई गई किसी भी दस्तावेज़ या जानकारी की उनपस्थिति में आप इसके पात्र नहीं बन सकते हैं।
हमें लगता है हमने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा कर दिया है। यदि आपको इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट जरूर करें।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गयी जानकारी इंटरनेट से ली गयी है किसी भी प्रकार का कोई भी आवेदन करने के पूर्व अपने आसपास इसकी पक्की जानकारी अवश्य लें। क्योंकि इस आर्टिकल को पब्लिश करने के बाद इस योजना में कईं संशोधन किए जा सकते हैं। किसी भी आर्थिक या समाजिक नुकसान के लिए हम, हमारी साइट या यह आर्टिकल जिम्मेदार नही होगा।)
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