लोग बादाम को कच्चा या सेक कर खा सकते हैं या उन्हें मीठे या नमकीन व्यंजनों में शामिल कर सकते हैं। वे आटा, तेल, मक्खन, फ्लेक्ड, अलसी और दूध में काटकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।
कईं लोग बादाम को अखरोट कहते हैं, लेकिन यह अखरोट नही बल्कि एक बीज हैं।
बादाम के पेड़ उन शुरुआती पेड़ों में से एक रहे होंगे जिनकी लोग खेती करते थे। बता दें कि जॉर्डन में, Archaeologists को कुछ 5,000 साल पहले पालतू बादाम के पेड़ होने का प्रमाण मिला था।
बादाम दुनिया के सबसे लोकप्रिय ट्री नट्स में से एक हैं। वे अत्यधिक पौष्टिक और स्वस्थ वसा, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और खनिजों से युक्त होते हैं। बादाम पोषक तत्व का पावरहाउस हैं। यदि आप चमकदार बाल, बेहतर पाचन और चिकनी त्वचा चाहते हैं तो बादाम आपके लिए एक सही आहार हो सकते हैं।
आपको इन सुपर पौष्टिक नट्स के बारे में सबकुछ जानने की जरूरत है, साथ ही इनके साथ खाना पकाने और उन्हें अपने भोजन में जोड़ने के रचनात्मक तरीके भी जानना जरूरी है।
कईं लोग बादाम को अखरोट कहते हैं, लेकिन यह अखरोट नही बल्कि एक बीज हैं।
बादाम के पेड़ उन शुरुआती पेड़ों में से एक रहे होंगे जिनकी लोग खेती करते थे। बता दें कि जॉर्डन में, Archaeologists को कुछ 5,000 साल पहले पालतू बादाम के पेड़ होने का प्रमाण मिला था।
बादाम दुनिया के सबसे लोकप्रिय ट्री नट्स में से एक हैं। वे अत्यधिक पौष्टिक और स्वस्थ वसा, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और खनिजों से युक्त होते हैं। बादाम पोषक तत्व का पावरहाउस हैं। यदि आप चमकदार बाल, बेहतर पाचन और चिकनी त्वचा चाहते हैं तो बादाम आपके लिए एक सही आहार हो सकते हैं।
आपको इन सुपर पौष्टिक नट्स के बारे में सबकुछ जानने की जरूरत है, साथ ही इनके साथ खाना पकाने और उन्हें अपने भोजन में जोड़ने के रचनात्मक तरीके भी जानना जरूरी है।
बादाम के फायदे
यंहा कुछ ऐसे लाभों के बारे में बताया गया है जो वैज्ञानिको द्वारा प्रमाणित है:
बादाम और कोलेस्ट्रॉल:
बादाम में वसा की मात्रा अधिक होती है, लेकिन यह असंतृप्त वसा है। इस तरह की वसा कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (LDL) या कोलेस्ट्रॉल के जोखिम को नहीं बढ़ाती है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHE) द्वारा एक रीसर्च में पता चला है कि असंतृप्त वसा (Unsaturated Fat) एक व्यक्ति के रक्त कोलेस्ट्रॉल में सुधार कर सकते हैं। इससे पता चलता है कि इसके अलावा बादाम में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है।
दिल को स्वस्थ रखता है:
हमारे शरीर मे दिल का महत्वपूर्ण योगदान होता है, यानी जब दिल अच्छे से काम करता है तभी हमारा शरीर भी अच्छे से काम करता है। यदि दिल काम करना बंद कर देता है तो हमारा शरीर कुछ नही होता है। इसलिये हमें अपने दिल के देखभाल करनी चाहिए। बादाम इसके लियर बहुत मददगार साबित होता है। सप्ताह में यदि हम नियमित रूप से बादाम का सेवन करते हैं तो सामान्य व्यक्ति के अपेक्षा हम लोगों को हार्ट अटैक का खतरा 50% तक कम हो जाता है। बादाम का सेवन आप भिगो कर कर सकते हैं। रातभर उसे पानी में, दूध में या कच्चे दूध में भिगो कर रखें, और सुबह छिलके उतारकर उसे आप खा सकते हैं।
ब्लड सर्कुलेशन को सुव्यवस्थित करता है:
बादाम हमारे ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है, यानी ब्लड को प्योर करने के साथ - साथ ब्लड संचार की प्रणाली को सुव्यवस्थित करने का काम करता है। बादाम में पोटैशियम की मात्रा ज्यादा होती है और सोडियम की मात्रा कम होती है, जो ब्लड सर्कुलेशन में काफी मददगार होती है। यदि हमारे शरीर में रक्त संचार बहुत अच्छे से हो रहा है, तो हमारे शरीर के जो अन्य अंग है उन्हें ऑक्सीजन बहुत अच्छे से मिलता है और वो अच्छे से कम करते हैं।
हड्डियाँ और दाँत मजबूत बनाता है:
हड्डियों और दांतों को सबसे ज़्यादा कैल्शियम की आवश्यकता होती है, तो बादाम कैल्शियम से भरपूर माना जाता है। इसमें कैल्शियम मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है जो हमारे हड्डियों और दांतों को मजबूत करती है। इसके अलावा यदि हमारे शरीर में मसल्स का मूवमेंट किसी तरह से कम है, हमारी बॉडी कठोर महसूस कर रही है यानी जकड़न महसूस कर रही हैं तो इसमें भी बादाम बहुत फायदेमंद साबित होता है।
हड्डियों और दांतों मजबूत करने के लिए आप बादाम का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप चाहे तो बादाम को पीस लीजिये और मिश्री के साथ नियमित रूप से उसका सेवन कीजिए। आपको एक चम्मच बादाम लेना है और एक चम्मच मिश्री लेना है, यंहा आपको मिश्री को पीसना नहीं है बल्कि दानेदार मिश्री का इस्तेमाल करना है। दोनों एक-एक चम्मच लेकर दूध के साथ इसका सेवन करें। आप चाहें तो सुबह इसका सेवन कर सकते हैं या रात को सोने से पहले इसका सेवन कर सकते हैं।
कैंसर का खतरा कम करता है:
बादाम हमारे शरीर मे कैंसर का खतरा कम करता है। हमारे शरीर में जो कैंसर की कोशिकाएं बनती हैं यह उन्हें बनाने से रोकता है। बादाम में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है जो कोलन कैंसर के खतरे को भी कम करता है।
शारीरिक संरचना में सहायक:
बादाम बहुत ही ताकतवर या शक्तिवर्धक नट माना जाता है। यदि हम किसी तरह की फिजिकल एक्सरसाइस या एक्टिविटी करते हैं या हम प्लेयर्स है हम गेम खेलते हैं, ऐसे में बादाम का सेवन मददगार साबित होता है। बादाम का इस्तेमाल आप बादाम को पीसकर सफेद मूसली के साथ कर सकते हैं। यदि आपने एक चम्मच बादाम पाउडर लिया हैं तो उसमें एक चुटकी सफेद मूसली मिला कर उसका सेवन करें। यदि आपकी उम्र 20-25 साल या उससे अधिक हैं तो आपको दुगनी मात्रा में इसका सेवन करना है, यानी एक चम्मच बादाम और एक चुटकी सफेद मूसली के बजाये आप दो चम्मच बादाम और दो चुटकी सफेद मूसली का सेवन करें। यह हमारी मसल्स को मजबूत बनाता है और शरीर मे फ्लेक्सिबिलिटी (लचीला बनाता है) लाता है।
मधुमेह को नियंत्रित करता है:
बादाम मधुमेह के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। सुबह - सुबह आप इसे पानी में भिगोकर इसका सेवन कर सकते हैं, आप चाहें तो इसे सूखा भी खा सकते हैं। मधुमेह के रोगियों के लिए ब्लड सर्कुलेशन और रक्त में जो शर्करा पाई जाती है उनका एक लेवल तक रहना बहुत ज़रूरी होता है, ऐसी स्थिति में बादाम काफी मददगार होता है।
ऐसे में आप बादाम को पीसकर उसका पाउडर बना लीजिए। उसके बाद काली मिर्च को भी पीसकर पाउडर बना लीजिए साथ ही मिश्री को भी पीस लीजिये।
एक चम्मच बादाम का पाउडर लें, फिर एक चुटकी काली मिर्च पाउडर लें और मिश्री को मिला लें। उसके बाद सुबह - सुबह चाय या दूध में इस चूर्ण को मिलाकर इसका सेवन करें।
ऐसे में आप बादाम को पीसकर उसका पाउडर बना लीजिए। उसके बाद काली मिर्च को भी पीसकर पाउडर बना लीजिए साथ ही मिश्री को भी पीस लीजिये।
एक चम्मच बादाम का पाउडर लें, फिर एक चुटकी काली मिर्च पाउडर लें और मिश्री को मिला लें। उसके बाद सुबह - सुबह चाय या दूध में इस चूर्ण को मिलाकर इसका सेवन करें।
गर्भावस्था में उपयोगी:
गर्भवती महिलाओं के लिए बादाम बहुत गुणकारी होता है, बहुत ही फायदेमंद होता है। गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर्स फॉलिक एसिड खाने की सलाह देते हैं। हम देखते हैं कि महिला के गर्भधारण की शुरुआत से ही फॉलिक एसिड की छोटी - छोटी गोलियां शुरू कर दी जाती है। ऐसे में बादाम का सेवन करना काफी फायदेमंद साबित होगा क्योंकि बादाम में फॉलिक एसिड काफी मात्रा में पाया जाता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी होता है, उनके स्वास्थ्य के लिए गुणकारी होता है।
गर्भवती महिलाओं को रात को 3-5 बादाम पानी में भिगोकर रखना है और सुबह उनके छिलके उतारकर उनका सेवन करना है।
त्वचा को स्वस्थ रखने में सहायक:
जैसा कि हमने जाना कि बादाम खाने के कईं फायदे होते हैं। त्वचा पर यदि हम बादाम का इस्तेमाल करते हैं यानी बादाम तेल का या बादाम से कोई पैक बनाया है तो भी हमें बहुत फायदा होता है। बादाम खाने से हमारी त्वचा को अंदर से जो मॉइस्चर चाहिए होता है यानी हमारे शरीर को अंदर से जो त्वचा के लिए ऑइल चाहिए होता है उसे बादाम बैलेंस करता है। उसके बाद हमारे शरीर में जो क्षतिग्रस्त कोशिकाएं होती है यानी जो शर्कराएं होती है जो टूट जाती है, शरीर पर वृंकल्स आ जाते हैं। इसका मतलब है कि हमारे शरीर की निचली परत ने अच्छे से काम करना बंद कर दिया है। ऐसे में बादाम खाने से वो शर्कराएं रिपेयर होती है, नई बनती है और उनमें मूवमेंट आता है। जिससे हमारी त्वचा ग्लो होती है, वृंकल्स खत्म हो जाते हैं साथ ही त्वचा की अन्य समस्या में भी बहुत फायदा होता है।
बालों की समस्या से निजात दिलाता है:
बादाम हमारे बालों के लिए बहुत अच्छा होता है। यदि हमारे बाद बहुत सूखे हो गए हैं, बहुत डल हो गए हैं, बहुत ही रफ़ महसूस होता है या वॉल्यूम नहीं है बालों का, बहुत झड़ रहे हैं, बहुत पतले हो रहे हैं। ऐसी समस्याओं से बादाम काफी हद तक निजात दिला सकता है। आपको 5-7 बादाम का सेवन सुबह - सुबह करना है। रात भर बादाम को पानी में गला कर रखिये, ध्यान रखें कि सुबह उठते ही आपको चाय वगैरह नही लेना है। उसके बाद खाली पेट दूध में मिलाकर बादाम का सेवन करें। कुछ ही दिनों में आप महसूस करेंगे कि आपके बाल काफी चमकदार हो गए हैं, झड़ना भी कम हो गए हैं और वॉल्यूम भी बालों का अच्छा हो गया है।
"उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसन्द आया होगा, आपके कमैंट्स का हमें इंतेजार रहेगा और सुझावों का हमेशा स्वागत है।"
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